What is vega in option Trading ? ऑप्शन ट्रेडिंग में वेगा क्या है ?
![]() |
Hsctrader.in |
ऑप्शन ट्रेडिंग में वेगा ग्रीक्स मार्केट के वोलटिलिटी को बताता है , वेगा हमें यह बताता है कि अगर मार्केट में वोलटिलिटी बढ़ता है तो ऑप्शन का प्रीमियम कितना बढ़ेगा या घटेगा यह हमें वेगा बताता है ।
सबसे पहले हम लोग मार्केट में वोलटिलिटी के प्रकार को देख लेते हैं।
शेयर मार्केट में Volatility कितने प्रकार का होता है ।
शेयर मार्केट में वोलटिलिटी 3 प्रकार का होता है।
1 - HV HV को Historical volatility कहा जाता है , हर share का हिस्टोरिकल वोलैटिलिटी सेम होता है।
2 - IV IV को implide volatility कहते हैं, यह ऑप्शन के लिए होता है हर स्ट्राइक प्राइस का अलग-अलग IV होता है
3 -India Vix इसे India vix भी कहते हैं जो मार्केट या Index की वोलटिलिटी को बताता है , अगर विक्स बड़ा तो Call और put दोनों का प्रीमियम बढ़ेगा ।
⚫ वेगा call और put दोनों के लिए positive रहता है , जब मार्केट गिरता है तो वोलटिलिटी बढ़ जाता है, और जब वोलटिलिटी बढ़ जाता है तो ऑप्शन का प्रीमियम भी बढ़ जाता है, जैसे ही वोलटिलिटी घटेगा वैसे ही theta हमारे प्रीमियम को कम कर देता है ।
⚫ Current week का वेगा कम होता है, और Next week का वेगा ज्यादा होता है।
⚫ Same स्ट्राइक प्राइस के call और put साइड का वेगा सेम होता है ।
⚫ ऑप्शन Buying करने के पहले हमें वेगा को देख लेना चाहिए नहीं तो हम दोनों तरफ से loss करेगे ।
⚫ वेगा कम होने पर प्रीमियम नहीं बढ़ता और Theta हमारे प्रीमियम को कम कर देता है।
⚫ कभी-कभी ऐसा होता है , की मार्केट गिर रहा है लेकिन call या put का प्रीमियम नहीं गिरता इसका कारण वेगा है।
Social Plugin