Top 8 Intraday trading Indicater || Best Indicater for Intraday trading ||

 Top 8 Intraday trading Indicater  ||  Best Indicater for Intraday trading  ||                 

वैसे तो शेयर मार्केट में बहुत सारे इंडिकेटर है , लेकिन हम सारे इंडिकेटर को  cover नहीं करेंगे  बल्कि जो इंडिकेटर ट्रेडिंग के दौरान ज्यादा Use होते हैं उसके बारे में डिटेल से जानेंगे हैं ।         

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1🫵  RSI   ( Relative stranth Index  )
                                  
सबसे पहले जो बात है  RSI यह 0 से 100 के बीच में होता है , और पूरा मार्केट इसी के बीच में घूमते रहता है। अगर हम इंडिकेटर के डिफॉल्ट सेटिंग में जाते हैं , तो इसका वैल्यू 14 दिन के क्लोजिंग प्राइस का वैल्यू दिखता है जो 0 से 100 के बीच में होता है । RSI को दो जोन में बांटा गया है जैसे  - Over sold zone और  over bot zone
Over sold zone  ऐसा कहा जाता है कि अगर  RSI 0 से 30 के बीच में है तो यह  Over sold zone में है मतलब बिकवाली ज्यादा हो चुकी है  अब यहां पर खरीददारी का अवसर ढूंढना चाहिए । 
over bot zone     जब प्राइस मूव करते हुऎ 70 के ऊपर चला जाए तो यह over bot zone  माना जाता है क्योंकि यहां पर ज्यादा खरीदारी हो गया है और मार्केट यहां से नीचे गिर सकता है इसलिए हम लोग over bot zone में नहीं खरीदेंगे  । 

2🫵  VWAP  ( Volume weighted average price  ) 
                                                        

अगर हम Intraday में किसी stock का चयन कर लेते हैं तो हमको कहां खरीदना है, यह कैसे पता चलेगा
या हम पिछले दिन स्टॉक का चयन कर लेते हैं तो अगले दिन मार्केट open होते ही क्या हमें Buy कर लेना चाहिए या हमें इंतजार करना है पिछले दिन मार्केट gap up और gap down Open हो जाता है तो हमें कहा Buy करना  है  यह  सब  हमें  VWAP बताएगा । 
सबसे पहले हमें इंट्राडे के दौरान यह बात ध्यान रखना है , कि जिस स्टॉक में हम लोग ट्रेडिंग करने जा रहे हैं वह स्टॉक gap up या gap down open नहीं हुआ है  अगर हुआ है तो हमें मार्केट को सेटल होने देना है फिर उसके बाद मार्केट को VWAP के पास आने तक का इंतजार करना चाहिए जब मार्केट VWAP के पास आएगा तभी हम लोग Buy करेंगे । 
VWAP line हमें यह बताता है कि दिन के दौरान कहां पर ज्यादा सौदा पड़ रहा है  । 

3🫵   Moving Average
                                                    

मूविंग एवरेज एक ट्रेंड फॉलोइंग इंडिकेटर है
मार्केट में वैसे तो 5 प्रकार के मूविंग एवरेज होते हैं जैसे - SMA , EMA , DMA , MAA , WMA
लेकिन 2 मूविंग एवरेज ज्यादा Use होते हैं । 
1  - SMA  
2 - EMA

1 - SMA  ( सिंपल मूविंग एवरेज  ) 
सिंपल मूविंग एवरेज एक लैगिंग इंडिकेटर है , यह देर में डाटा को शो करता है  अगर मार्केट जल्दी से ऊपर या नीचे चला गया तो यह देर में डाटा शो करता है , जिससे Trader को loss हो जाता है ,  यह long time ट्रेडर के लिए अच्छा इंडिकेटर माना जता है ट्रेडर इस इंडीकेटर का उपयोग शेयर की Buying , selling सिग्नल को निर्धारित करने के लिए कर सकते हैं और ये सपोर्ट और रजिस्टेंस एरीया की पहचान करने में मदद करता हैं। SMA लंबे समय के Trend को पता करने के लिए सबसे अच्छा इंडिकेटर माना जाता है । 
SMA निकलने का तरीका -
पिछले पांच दिनों का प्राइस लगे - 20 रुपये, 22 रुपये, 24 रुपये, 26 रुपये और 28 रुपये। 

पिछले पांच दिनों का प्राइस जोड़कर उसमें 5 से भाग देते हैं , तो इस प्रकार सिंपल मूविंग एवरेज निकाला जाता है । 

सिंपल मूविंग एवरेज = (20 रुपये + 22 रुपये + 24 रुपये + 26 रुपये + 28 रुपये)/ 5  - नंवर ऑफ डेज

SMA = रु.24 

इसका इस्तेमाल कर अब  हम ट्रेडिंग का निर्णय ले सकते हैं।
अगर share price अपने पिछले 5 दिनों के प्राइस से कम चल रहा है तो ये डाउनट्रेंड का सिग्नल देता है , दूसरी ओर अगर price 24 से ऊपर चल रहा है तो up trend का संकेत देता है।

2 - EMA  ( एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज  ) 
एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज एक लीडिंग इंडिकेटर है , जो SMA से तेज काम करता है, EMA short टाइम में ट्रेंड पता करने के लिए सबसे अच्छा इंडिकेटर माना जाता है । 

EMA निकलने का formula -

(क्लोजिंग प्राइस-EMA(पिछला दिन)) x मल्टीप्लायर + EMA(अंतिम दिन)

4🫵  MACD -  Moving Average Convergence/Divergence 
                               

MACD  टेक्निकल एनालिसिस में use होने वाला एक महत्वपूर्ण इंडिकेटर है, जो हर प्रकार के मार्केट में काम करता है, जैसे -  इक्विटी मार्केट , कमोडिटी मार्केट, करेंसी मार्केट क्रिप्टो मार्केट  Etc. 
MACD  एक trend फॉलोइंग इंडिकेटर है , अगर किसी सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के ब्रेकआउट पर MACD का भी कंफर्मेशन मिल रहा है , तो वह एक हाई प्रोबिलिटी वाला ट्रेड हो जाएगा यह जो लाल कलर का लाइन है यह सिग्नल लाइन है , और ग्रीन कलर का लाइन MACD लाइन हैं  और सेंटर में  जो जीरो लाइन पर हिस्टोग्राम है उससे हम मार्केट की groth या fall के स्ट्रैंथ का पता लगा सकते है यह स्ट्रेस जितना डार्क रहेगा मार्केट में उतना ज्यादा स्ट्रैंथ रहेगा और यह स्ट्रेस जितना कम डार्क रहेगा उतना मार्केट में कम स्ट्रैंथ रहेगा। 
हरा लाइन जब लाल लाइन को ऊपर से क्रॉस करता है तो यह sell सिगनल माना जाएगा और यह जीरो लाइन के ऊपर होना चाहिए । 
जीरो लाइन के नीचे अगर हरा कलर लाल कलर को ऊपर की तरफ काटता है तब यह एक  Buying सिग्नल माना जाएगा । 

नोट -  इस आर्टिकल में 4 इंडिकेटर को cover किया गया है और बाकी का 4 इंडिकेटर अगले आर्टिकल में cover किया जाएगा जिसका लिंक नीचे दिया गया है।