कैंडल स्टिक पेटर्न को कैसे समझे ? || How to understand candle sticks pattern ?

 कैंडल स्टिक पेटर्न को कैसे समझे ? ||  How to understand candle sticks pattern  ?                                                                   

 पिछले आर्टिकल में हम लोग कैंडल स्टिक के प्रकार के बारे में पढ़ चुके हैं , और इस आर्टिकल में हम लोग कैंडल स्टिक के एक-एक चाल और मोमेंटम और बॉडी , शैडो के बारे में बात करेंगे , इस आर्टिकल में हम लोग जो कुछ भी पढ़ेंगे वह निम्नवत चित्र में हाईलाइट किया गया है । 
जब हम शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं तो एक फीचर के साथ नहीं Trade करना है बल्कि कैंडल स्टिक के इन 5 फीचर को एक साथ मिलाकर मार्केट का अनुमान लगाना है  । 
                                                 

1 -  कैंडल स्टिक का बॉडी (  Size of candle sticks Body  ) 
इसके अंतर्गत हम लोग कैंडल स्टिक के दो फीचर के बारे में समझेंगे , कैंडल स्टिक का लंबा बॉडी और छोटा बॉडी के बारे में। 
                          

A  -  Long Body
       जितना भी लॉन्ग बॉडी वाला कैंडल रहेगा उस           पर उतना ही ज्यादा Buying या Selling प्रेशर       रहेगा । 
B  -  Short Body
      जितना भी शॉर्ट बॉडी वाला कैंडल रहेगा उस            पर उतना कम Buying या selling प्रेशर रहेगा । 

1  -  कैंडल की गति या ( Momentem  ) 

Candle sticks Momentem के प्रकार

                                     

जैसा कि ऊपर चित्र में हम लोग देख रहे हैं कि Momentem दो प्रकार का होता है । 

1 -  Bullish Momentem
2 -  Berish Momenten

1 - Bullish Momentem
Bullish Momentem के अंतर्गत हम लोग दो प्रकार से कैंडल का अध्ययन करते हैं । 
A -  Increasible Bullish Momentem
                        
Increasible Bullish Momentem में   मार्केट ऊपर जा रहा है उसके साथ-साथ कैंडल का साइज भी इंक्रीज होते जा रहा है तो हम यह कह सकते हैं की मार्केट और ऊपर जाएगा । 
B  - Dicreasible Bullish Momentem                       

Dicreasible Bullish Momentem मैं मार्केट तो ऊपर जा रहा है लेकिन कैंडल अपना मोमेंटम लूज करते जा रहा है जिससे यह पता चलता है कि मार्केट ज्यादा ऊपर नहीं जा सकता  । 

2  -  Berish Momentem
Berish Momentem के अंतर्गत हम लोग दो प्रकार से कैंडल का अध्ययन करते हैं । 

A  -  Increasible Berish Momentem                               

Increasible Berish Momentem मे मार्केट तो नीचे गिर रहा है वह भी बड़ी-बड़ी कैंडल के साथ जिससे यह मालूम चलता है , की मार्केट और तेजी से नीचे गिरेगा क्योंकि कैंडल बड़ी-बड़ी बना रही हैं और Seller Active होते जा रहे हैं । 

B  -  Dicreasible Berish Momentem
                            
Dicreasible Berish Momentem मैं मार्केट तो नीचे गिर रहा है लेकिन कैंडल अपना मोमेंटम लूज करते जा रहा है , जिससे यह मालूम चलता है की मार्केट अब ज्यादा नहीं गिरेगा क्योंकि seller कमजोर होते जा रहे हैं  । 

3 - शैडो की लंबाई या ( Lenth of shadow ) 
         

Lenth of shadow के अंतर्गत हम लोग यह देखेंगे की शैडो का मार्केट के ऊपर क्या प्रभाव पड़ता है । 

A -  Long Shadow

 Long Shadow वाले कैंडल में हम लोग मार्केट का सही अनुमान नहीं लगा सकते । 

B -  Short Shadow

 जितना Short Shadow  रहेगा उतना अच्छा मार्केट का अनुमान लगा सकते हैं । 

4  -  कैंडल बॉडी या शैडो का अनुपात या  (  Body To Shadow Ratio
                          
इसके अंतर्गत हम लोग एक कैंडल में बॉडी और शैडो का अनुपात देखते हैं की कौन बड़ा है बॉडी बड़ा है या शैडो बड़ा है । 
 A-   Body > Shadow
 अगर Body Shadow से बडा है तो यह Strong ट्रेंड बताता है जो ट्रेंड पहले से चला आ रहा है वही Trend चलेगा । 

B -  Shadow > Body
जिस कैंडल में शैडो बड़ा रहता है ऐसे कैंडल Trand को चलाने में कमजोर होते हैं या Trend रिवर्सल कर देते हैं  ।
ज्यादा Upper या lower Weak वाला कैंडल ट्रेंड को कंसोलिडेट कर देता है या Rang Bound कर देता है । 

5 -  कैंडल स्टिक बॉडी की स्थिति या (  Position of candle sticks Body  )                            

Position of candle sticks Body  के अंतर्गत हम शैडो का बॉडी के ऊपर क्या प्रभाव पडता है,  यह देखेंगे और कितने प्रकार से प्रभाव पड़ता है यह भी देखेंगे । 
शैडो का कैंडल स्टिक पर दो तरह से प्रभाव 
होता है । 
किसी भी कैंडल स्टिक पर शैडो का दो जगह ही प्रभाव हो सकता है या तो कैंडल के ऊपरी भाग पर या तो कैंडल के निकली भाग पर
अगर किसी कैंडल के ऊपरी भाग पर शैडो बनता है तो उसे Upper Shadow कहते हैं और जब किसी कैंडल के निकली भाग पर शैडो बनता है तो उसे Lower Shadow कहते हैं । 

1 -  Upper Shadow = selling Pressure

 अगर किसी कैंडल के ऊपरी भाग पर जितना बड़ा शैडो रहेगा उसपर उतना ही ज्यादा selling pressure रहेगा । कैंडल के ऊपरी भाग हमे Selling Pressure बताता है

2 -  Lower Shadow  = Buying pressure
किसी भी कैंडल के निकली भाग पर Buying प्रेशर होता है जितना ज्यादा लोअर शैडो रहेगा उस कैंडल में उतना ही ज्यादा Buying प्रेशर रहेगा ।