4 Best Indicater for intraday trading ||

 4 Best Indicater for intraday trading  |                                   

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जैसे की पिछले आर्टिकल में हम लोग चार इंडिकेटर का बात कर चुके हैं  Rsi, VWAP, Moving average  , MACD, जिसका लिंक यह है । 
और इस आर्टिकल में हम लोग 4 इंडिकेटर का बात करेंगे  जैसे - Volume, Pivot point , Super Trend  , Bollinger Band 

1🫵 -  Volume  
                                   

शेयर मार्केट में अलग-अलग टाइम फ्रेम के हिसाब से जितनी भी शेयर उस टाइम फ्रेम में Buying और selling होता है उसे volume कहते हैं । 
 ट्रेडिंग में वॉल्यूम का बहुत महत्व है क्योंकि टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए सभी इंडिकेटर वोलुमे के मदद से ही सिगनल बनाते हैं । 
वॉल्यूम इंडिकेटर दो प्रकार का होता है।

1 -  volume Indicator

2 -  volume Profile

दोनों इंडिकेटर अपने आप में एक अच्छा इंडिकेटर माना जाता है , लेकिन वॉल्यूम इंडिकेटर से अच्छा इंडिकेटर वॉल्यूम प्रोफाइल माना जाता है,  वॉल्यूम प्रोफाइल pro Trader और  Big player द्वारा ज्यादा Use होता हैं।

Volume Indicetae को Use करने का तरीका

हम ट्रेडिंग में वॉल्यूम इंडिकेटर को 4 प्रकार से Use कर सकते हैं  । 

1  -  अगर प्राइस Up और वॉल्यूम भी Up तो लोग यहां पर खरीदारी करने के लिए आएंगे तो शेयर प्राइस और बढ़ेगा । 

2  -   price बढ़ रहा है लेकिन volume गिर रहा है इसका मतलब बढ़ाते हुए मार्केट में लोगों का कम इंटरेस्ट है । 

3  -  price गिर रहा है और volume बढ़ रहा है इसका मतलब गिरते हुए मार्केट में पब्लिक का इंटरेस्ट बढ़ रहा है तो मार्केट और गिरेगी । 

4  -  price गिर रहा है और वॉल्यूम भी काम हो रहा है इसका मतलब पब्लिक को गिरते मार्केट में इंटरेस्ट नहीं है । 

2 🫵  -   Pivot point  
                              
पीवॉट प्वाइंट टेक्निकल एनालिसिस का एक महत्वपूर्ण इंडिकेटर है , यह इंडिकेटर पिछले दिन के हिसाब से अगले दिन के लिए सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस ड्रा करके दे देता है, पीवॉट पॉइंट का लेवल इंट्राडे S/R के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है । 
पीवॉट प्वाइंट Use  करने का तरीका
पीवॉट प्वाइंट Use करके हम लोग अगले दिन के लिए 3 सपोर्ट और 3 रेजिस्टेंस निकाल सकते हैं, जो इंट्राडे में बहुत अच्छे से काम करता है अगर मार्केट पीवॉट प्वाइंट के ऊपर open हो रहा है तो मार्केट Bullish  रहने का संभावना है , और अगर मार्केट पीवॉट पॉइंट के नीचे ओपन हो रहा है तो उसे दिन मार्केट Berish रहने का संभावना रहता है। 

3 🫵  super Trand
                           

super Trand एक टेक्निकल इंडिकेटर है जो इंट्राडे में बहुत अच्छे से काम करता है सुपर ट्रेड एक ट्रेंड फॉलोइंग इंडिकेटर है । 
इंट्राडे के दौरान अगर प्राइस सुपर ट्रेंड लाइन के ऊपर ट्रेड कर रहा है, तो मार्केट Bullish रहेगा और अगर मार्केट सुपर ट्रेंड लाइन के नीचे ट्रेड कर रहा है तो  मार्केट Berish है । 

4 🫵   Bollinger band 

                                

Bollinger band  इंट्राडे के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण इंडिकेटर है , यह इंडिकेटर हर एक प्रकार के बाजार में काम करता है , Bollinger band इन्वेस्टर और शार्ट टाइम ट्रेडर के लिए एक अच्छा इंडिकेटर माना जाता है , 
Bollinger band इंडिकेटर मार्केट के रेंज को बताता है , की मार्केट कितना ऊपर जा सकता है और कितना नीचे गिर सकता है । 

How to Use Bollinger band

जैसा कि आप ऊपर चित्र में देख रहे हैं कि बोलींजर  बैंड में मुख्यतः तीन लाइन होती है , सबसे ऊपर वाली लाइन को Upper band कहते हैं , और सबसे नीचे वाली लाइन को lower band कहते हैं , और बीच वाले लाइन को Middle band कहते हैं , और पूरा मार्केट इसी  Upper and lower band के बीच में move करता है । 
अगर शेयर प्राइस middle band के ऊपर है, तो हम Buying करके चलेंगे , और अगर शेयर प्राइस  Middle Band के नीचे है तो हम sell करके चलेंगे।
बोलींजर बैंड का डिफॉल्ट सेटिंग 20, 2 का होता है जो सबसे अच्छा माना जाता है।