Market Trend . How Many Type of Market Trend .

 Market Trands --   मार्केट में उतार-चढ़ाव को देखते हुए मार्केट के टोटल तीन ट्रेड को बनाया गया  |

1--    Up Trend

2--   Down Trend 

3-- Sideways Trend


1-- Up Trend                                                                      

जब कभी भी हमें चार्ट पर हायर हाई पैटर्न दिखे तो हमें समझ जाना चाहिए की मार्केट में Up Trend है |

कोई चार्ट कभी भी स्टेट मूभ नहीं करता  वह इंमपल्सिव  और करेक्टिव वेब के रूप में ऊपर नीचे करते हुए मुभ करता है |

इंमपल्सिव वेब मतलब ऊपर की तरफ और करेक्टिव वेब मतलब नीचे की तरफ मतलब करेक्शन होना  |

Up ट्रेंड में मार्केट ऊपर तो जाता है लेकिन छोटा-छोटा बुलबैक लेते हुए ऊपर जाता है  | 

Up ट्रेंड मार्केट में Fibonacci का Retreshment  tool Use करते हैं  |

up ट्रेंड मार्केट Fibonacci के 23 % और  38 %  लेवल को सपोर्ट लेकर ऊपर चला जाता है  |

 Up Trend मे अगर मार्केट Fibonacci के 50 %  लेवल के पास आकर टाइम पास कर रहा है तो यहां Stranth और  weekness का कॉन्सेप्ट लागू हो जाएगा, क्योंकि trending  मार्केट जितना रैली करता है उसका 50 %  कभी भी ऑब्जर्व नहीं करता  |

मार्केट ट्रेंड को फाइंड करने के लिए  candle strick का आना बहुत जरूरी है अगर  candle strick  नहीं आता है तो हमको मालूम ही नहीं चलेगा की मार्केट किधर जाएगा |  

2-  Down Trend --                          

                                                         


 जब कभी Ankur के Down side  लोअर लो और  उपर लोअर हाई पैटर्न बनाएं तब हमें समझ जाना चाहिए मार्केट में अभी डाउन ट्रेंड चल रहा है  |

जब कभी ट्रेंड डाउन चल रहा है तो वह Up Trend का सारा नियम फॉलो करते हुए नीचे की तरफ जाता है |

 Down ट्रेंड में Fibonacci Extensions tool use  करते हैं |

 डाउनटेंड ट्रेड Fibonacci Extensions के  23% और 38 % नियम को फॉलो करते हुए नीचे की ओर जाता है।

Down Trend मे अगर मार्केट Fibonacci  Extensions के 50 % लेवल के पास आकर टाइम पास कर रहा है तो यहां  भी Stranth और weekness का कॉन्सेप्ट लागू होगा, क्योंक down trend मार्केट जितना रैली करता है उसका 50 % कभी भी उपर नहीं जाता है |

 

3-- Sideways Trend                             




जब मार्केट एक रेंज के अंदर मूव करता है तो उसे Sideways मार्केट कहते हैं |

साइडवेज मार्केट में मार्केट ऊपर तो जाता है लेकिन उसको पूरा रिकवर भी कर देता है  |

साइडवेज मार्केट को पता करने के लिए हम लोग 50% रूल को अपनाएंगे अगर मार्केट जितना रैली किया है उसका 50% ऑब्जर्व कर ले रहा है तो हम इसे  साइडवेज मार्केट मानेंगे |

 साइडवेज मार्केट को reng बाउंड मार्केट या न्यूट्रल मार्केट भी कहते हैं , इसमें मार्केट ना तो ऊपर जा पता है और ना ही नीचे जा पता है |